झनि कुजनी आजू रे ...
याद औणी माया रे ....
16 बरष बीती गी ...
सेरा गौंउ नि ग्यायी रे .....
स्वीणा सुपिन्या बुनी स्या...
ज्वानी बर्खानी बोड़ी जा ....
******संगीत **********
धनधोली बल क्यारी माया
धनधोली बल क्यारी
धनधोली बल क्यारी माया
धनधोली बल क्यारी
त्वे बिना अब दिन हेसी
के घाणी मा ज्यू नि लगी ..
मन या कत्या आस रयी..
कन होली कख होली बेचारी ...
सेरा गौ की बांद माया रे ...
सेरा गौ की बांद माया रे ...
सेरा गौ की बांद माया रे ...
कण होली कख होली बेचारी रे ।
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पाणी मुंजी ख्वे गी माया पाणी मुझी ख्वे गी ।
पाणी मुंजी ख्वे गी माया पाणी मुझी ख्वे गी ।
छप छप पेतुल देखि ...
सौ धज भेतुल देखि ...
चिट लाली वोथुर्यु देखि ..
चित मन मेरु त्वे मा लगी ....
सेरा गौ की बांद माया रे ...
सेरा गौ की बांद माया रे ...
सेरा गौ की बांद माया रे ...