Tuesday, January 29, 2013 3:01 AM

भीना रे बज़ार्य भीना bhina re bajarya bhina

भीना रे बज़ार्य भीना,रे भीना...
होंसिया मिज़ाज भीना रे भीना...

मेरा चुडा बखूणा चाखी जा, चुडा बखूणा...से से
चुडा बखूणा चाखी जा, चुडा बखूणा..

भीना रे बज़ार्य बिनती भीना,..रे भीना
टोपी टाई वाला भीना,रे भीना
मेरा रोट अरसा खे की जा,रोट अरसा..हों हों

रोट अरसा खे की जा मेरा रोट अरसा..
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शेली झोली मा भुज्याँ मेरा चुडा..
गेरी उख्ल्यारी मा कूटयँ मेरा चुडा....
हुम से हुम...
शेली झोली मा भुज्याँ मेरा चुडा .
गेरी उख्ल्यारी मा कूटयँ मेरा चुडा
श्याली के हाथ कंडेली न मान
सद्वाल्या चुडा,बखूणा चाखी जा
हे भीना चाखी जा...

श्याली हे गाँवाडया श्याली,हे श्याली--२
त्यों चुडा अरसा तु ही बूका तु ही चबा
हाँ हाँ त्यों चुडा अरसा तु ही बूका तु ही चबा


शहरु बाजारू का रैण वाला हम..
चौमिन पिज्जा खाण वाला हम
हों हों चौमिन पिज्जा,हाँ हाँ चौमिन पिज्जा
शहरु बाजारू का रैण वाला हम
चौमिन पिज्जा खाण वाला हम
कोदे झंगोरे मुलुक श्याली
बखूणा बुखादीं छ-बुखादीं छ
रोट चबा हे श्याली तु ही चबा...

भीना रे बज़ार्य भीना,रे भीना
टोपी टाई वाला भीना,रे भीना
मेरा चुडा अरसा खे की जा-हों हों मेरा चुडा अरसा


पीठी कुटुं भली तान्तु लगायुं,
रांडाकॉ दिनी कु त्ये कु चढ़यू..
हों हाँ हों , हों हाँ हों
पीठी कुटुं भली तान्तु लगायुं,
रांडाकॉ दिनी कु त्ये कु चढ़यू
चल्मल हार सा खस-खस रोट,
चैत कु बंधू ले बंधू ली भी जा..
रे भीना ली भी जा,खे भी जा..

श्याली हे गाँवाडया श्याली,हे श्याली--२
श्याली मेरी गाँवाडया श्याली,हे श्याली--२
त्यों चुडा अरसा तु ही बूका तु ही चबा
हाँ हाँ त्यों चुडा अरसा तु ही बूका तु ही चबा
हों हों त्यों चुडा अरसा तु ही बूका तु ही चबा
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से से चुडा बे चुडा , से से भुखुणा चुडा-२
भंगजीर तेल अखोर रलायाँ,जीरे बासमती सटियो चुडा
से से चुडा बे चुडा , से से भुखुणा चुडा-२

बरगर पेस्ठी खाण वाला हम,कैन चबाणी यर कडकड़ा चुडा
हाँ हाँ बरगर पेस्ठी,हों हों बरगर पेस्ठी
दान बूढया की बसा की नी छे,दांत चेंदा चबाण का चुडा
हाँ हाँ दांत चहेंदा..........
चलमला अरसा स्वदी रोट, भीना नी मिलदी खर्ची नोट
हों हों रोट भई रोट,हाँ हाँ अरसा रोट
ब्रेड बटर ही खांदा हमेशा कैन खाणी स्या रोट अरसा
हों हों ब्रेड बटर , हां हाँ ब्रेड बटर
अदा कु शव्द बन्दर क्या जाणु घोड़ी क्या जाणु क्या होंदु बटर
बैहत चकडेत न बणा श्याली,लिजोला हम सब छो कुवारा
हाँ हम सब कुवारा....
बहुत देख्याँ उठणा वाला,कखी भरी नी जे गोरु क़ा ओबरा
छोड़ क्या धरूँ यें पहडू मा श्याली चल घुमोलू त्वे देश अपणा
हाँ देश अपणा ..
परदेश जै की कु देश भूली गि हम नी औंदा तन भीना दगडया
हाँ हाँ तन भेना दगडया,हों हों तन भेना दगडया
हाँ हाँ तन भेना दगडया,हों हों तन भेना दगडया
हाँ हाँ तन भेना दगडया,हों हों तन भेना दगडया
हाँ हाँ तन भेना दगडया,हों हों तन भेना दगडया

सौ कु नोट abhi banayi sau ku note

अभी भनाई सौ कु नोट अभी होये ग्याई सूट-२
यें लोला बाज़ार मा दया न धर्म लुट मची छा लुट
चूड़ी न बिंदी न फुन्दी मुल्याई क्यान होये ग्याई सूट-२
ठठा न करा रूप्या यख धरा मैमा नी खपदी झूट
अभी भनाई सौ कु नोट अभी होये ग्याई सूट-२
कख छ नोना का लता कपड़ा कख छ कॉपी किताब
बडा सोदर बणी केग्याँ छा ल्यवा दिखावा हिसाब
राशन न पाणी न धोती न साडी त क्यान होये ग्याई सूट
खायी न प्याई बात क्या वायी कन कपाली फुट
गे छो दुकानी मा राशन पाणी लता कपड़ा मूल्याणु
मौल भो सुणी ते शर्मेके की गोळी गे नोट बिचारु पुराणु-२
भोत खोज्याई पर नोट नी पाई लाल खिजाई चल फुट
यें लोला बाज़ार मा दया न धर्म लुट मची छा लुट
चूड़ी न बिंदी न फुन्दी मुल्याई क्यान होये ग्याई सूट
झुमेलु लागोंदा आणा छे घर खाली थैलू लटकेकी
उन्डू त आवा गिछु सुंघवा एगी होला घटकेकी
रोज सौखाणु भर्पाणु हमारू ले घुटा घुट
तुम दगाडी सदानी से झगड़ा कन खोपरी फुट
दारु पेणु कु इरादु नी छाई छंद ही कुछ यनु आई
मट्टी तेलु कुई भांडू नी मिली त दारू की बोतल खल्याई
देखी जु मेन मट्टी तेल की लेन त बोतल ग्याई फुट
यें लोला बाज़ार मा दया न धर्म लुट मची छा लुट
चूड़ी न बिंदी न फुन्दी मुल्याई क्यान होये ग्याई सूट-२
अभी भनाई सौ कु नोट अभी होये ग्याई सूट-२
यें लोला बाज़ार मा दया न धर्म लुट मची छा लुट
चूड़ी न बिंदी न फुन्दी मुल्याई क्यान होये ग्याई सूट-२
ठठा न करा रूप्या यख धरा मैमा नी खपदी झूट

चल ई दुनिया से दूर चली जुला chal ei dunya se door chal jola

चल ई दुनिया से दूर चली जुला,
औ यु आन्खियु का नेडू एजा,


चल जग जंजाल से चम् उठी जुला ,
औ ई जिकुड़ी माँ झप के बाई जा,
चल जख फूलूं माँ कांडा नि हुन,
माया का घोलू कुई न उजाडू....." कुई न उजाडू,
प्रेम का पंथ माँ बाढ़ न हो जख,
खिर्सू सारु, खीर ता न गाडू,
चल चल चल चल ई दुनिया से दूर चली जुला ......
कुंगली माया माँ छिन्जू न चुभु जख,
मायाला मन माँ कुमारु नि कर्कू ..." कुमारु नि कर्कू
जमी बिज्वाद माँ धांडू न पडू जख,
भियो नि फरकु, धरती न सरको,
चल चल चल चल ई दुनिया से दूर चली जुला ......
जख कुई केकु सारु नि छिनु,
वाडू नि सरको बांटू नि लुछु-बांटू नि लुछु,
मनखी मन्खियुं माँ भेद न करू कुई,
धर्मं नि अटकुलू, जात नि पुछू,
चल चल चल चल ई दुनिया से दूर चली जुला ......
दुमुख्या दगडू कु दगडू न हो जख,
बाटू बटोही कु साथ नि छोडू......" साथ नि छोडू,
सुख समरिधि कु उज्यालू हो जख,
दुःख विपदों की रात नि पौडू,
चल चल चल चल ई दुनिया से दूर चली जुला.......

ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा ejdi bhagyani

चिठ्युं का आखर अब ज्यू नि बेल मोंदा, बुसील्या रैबार तेरा आस नी बंधौन्दा -२
ऐजदी भग्यानी, ऐजदी भग्यानी -२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२

रांका बाल बाली काली रात नि ब्याणी, मेरी रात नि ब्याणी ।
रात नि ब्याणी, मेरी रात नि ब्याणी ।
उंसी का बुंदुन चुची तीस नि जाणी मेरी तीस नि जाणी ।
तीस नि जाणी मेरी तीस नि जाणी ।
पंद्रह पचिस्या दिन सदानि नि रौंदा -२
ऐजदी भग्यानी अर..र..र..र..र.र..र..रा..
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२

रुड्युं का घामुन खैरया आंसूनी सुखदा, भगी आंसूनी सुखदा ।
आंसूनी सुखदा, भगी आंसूनी सुखद ।
जेट की बरखा न पाडु छोयां नी फ़ुटदा भगी छोरि छोयां नी फ़ुटदा ।
छोयां नी फ़ुटदा छोरि छोयां नी फ़ुटदा ।
बारमास फ़ूल खिल्यां डाल्युं मां नि रौंदा-२
ऐजदी भग्यानी छांटो रे छाटो रे छांटो छाटो..
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२
ऐजदी भग्यानी ईं ज्वानि का छौन्दा-२


आस को आसरो तेरी खुद ज्यूणो सारो, भगी खुद ज्यूणो सारो ।
खुद ज्यूणो सारो, भगी खुद ज्यूणो सारो ।
जथा हिटूं त्वे जथैईं बाटु फारु-फ़ारु, चुची बाटु फारु-फ़ारु ।
बाटु फारु-फ़ारु, चुची बाटु फारु-फ़

स्याली हे बसंती स्याली , Syali he basanti syaali

स्याली हे बसंती स्याली ,स्याली हे बसंती स्याली..
तन की गोरी मन की काली..


भीना रे रंगीला भीना ,भीना रे रंगीला भीना..
नाड़ तेरी पछा ण्याली मिन..
स्याली हे बसंती स्याली ,स्याली हे बसंती स्याली..
भीना रे रंगीला भीना ,भीना रे रंगीला भीना..
हिवांला कांठा सी जौन ,रूप त्यारू अब क्या बौन..
हिवांला कांठा सी जौन ,रूप त्यारू अब क्या बौन..
रतन्याली आंखू मा त्यों ,दुनिया दारी देखा चू चों ब्ये..
मन मा खोट मुख मा प्यार ,भीना यनु तु माया दार..
मन मा खोट मुख मा प्यार ,भीना यनु तु माया दार..
लुकी छुपी की माया लौन्दी ,जाण गेयौं तेरी सार दार..
स्याली हे बसंती स्याली ,स्याली हे बसंती स्याली..
तन की गोरी मन की काली..


भीना रे रंगीला भीना ,भीना रे रंगीला भीना..
नाड़ तेरी पछा ण्याली मिन..


चल स्याली कौथिग जौला ,त्यों हातियो कु चूड़ी ल्योला..
चल स्याली कौथिग जौला ,त्यों हातियो कु चूड़ी ल्योला..
डाँड्यों कु कौथिग बिरयुं छा ,रंगीली पिंगली जलेबी खौला..


और पोर जीजा स्याली बीच मांडी दीदी राली..
और पोर जीजा स्याली बीच मांडी दीदी राली..
चल भीना कौथिग जौला ,तेरी भी बात रै ई जाली..


स्याली हे बसंती स्याली ,स्याली हे बसंती स्याली..
तन की गोरी मन की काली..
भीना रे रंगीला भीना ,भीना रे रंगीला भीना..
नाड़ तेरी पछा ण्याली मिन..


स्याली हे बसंती स्याली ,स्याली हे बसंती स्याली..
भीना रे रंगीला भीना ,भीना रे रंगीला भीना..
स्याली हे बसंती स्याली ,स्याली हे बसंती स्याली..
भीना रे रंगीला भीना ,भीना रे रंगीला भीना..

कु भग्यान होलू डाँड्यु मा ku bhagyaan holu

कु भग्यान होलू डाँड्यु मा यनी भोणी बाँसुरी बजाणु, बजाणु रे
कु भग्यान होलू डाँड्यु मा, कु भग्यान.
होलू कुई बिचारु मैं जनु नखर्याली बांद रिझाणु, रिझाणु रे.
होलू कुई बिचारु मैं जनु, होलू कुई.


फुल हम तई देख देखि फोथ्लों सन्काणा छिन, फोथ्लों सन्काणा छिन.
भँवरा देखा दुई जै केमा छुई हमरी लगाणा छिन.
कु बेशर्म होलू त्वौं साणि तेरी मेरी माया बिंगाणु, बिंगाणु रे..
होलू कुई बिचारु मै जनु, होलू कुई.


ये डांडी बच्याणि होली की डाली बोटी गाणी होली, डाली बोटी गाणी होली
रशिला गीतों की भोंण कख बाटी आणि होली.
क्वा घसेरी होली रौली मा अपना सोंज्याडिया तई भटयाणि, भटयाणि हे.
होली क्वी बिचारी मै जनि , होली क्वी.


मन मा बसायीं मेरी क्वा होली दुन्या से न्यारी, क्वा होली दुन्या से न्यारी.
आन्खुयो मा लुकायीं बोल क्वा होली हिया की प्यारी.
कु बेमान होलू बोला जी लगदु जू आफु से भी स्वाणु, स्वाणु रे.
होलू कुई बिचारु मैं जनु, होलू कुई.


कु भग्यान होलू डाँड्यु मा यनी भोणी बाँसुरी बजाणु, बजाणु रे.
होलू कुई बिचारु मैं जनु , होलू कुई.

बरखा हे बरखा , barkha he barkha

स्वर नरेन्द्र सिंह नेगी

गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे – गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे
सरा रा रा डाण्यूं में कन कुयेड़ि छैगे – सरा रा रा डाण्यूं में कन कुयेड़ि छैगे
गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे
गौं कि सतेड़ि कोदड़ि सार, गरा रा रा ऐ बरखा डाळ
गौं कि सतेड़ि कोदड़ि सार, गरा रा रा ऐ बरखा डाळ
हौल छोड़ि भागि कका, काकि लुकि रे उड्यार
गरा रा रा घसैन्युं की छुलि रुझैगे – गरा रा रा घसैन्युं की छुलि रुझैगे
गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे – गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे
बौडा बण्यु राई ग्वैर, बौडी कनि भितर भैर
बौडा बण्यु राई ग्वैर, बौडी कनि भितर भैर
रुमुक ह्वैगि कि धै लगावा, निर्भगि बागै कि डैर
अरा रा रा बौडो त छतरु डैरे रैगे – अरा रा रा बौडो त छत रुड़ैरे रैगे

गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे – गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे
पणधर्यु कि लरक-तरक, दादि भितर-भितर सरक
पणधर्यु कि लरक-तरक, दादि भितर-भितर सरक
धुर्पलौ भि चून बैठी, दादा तु त हौड़ फरक
अरा रा रा दादा कु फारि जड़ु हैगे – अरा रा रा दादा कु फारि जड़ु हैगे
गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे – गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे
खतड़ि धुर पलम घमैकि, बौड़ी झंगुरु फुटणु लेकि
खतड़ि धुर पलम घमैकि, बौड़ी झंगुरु फुटणु लेकि
निर्भगि सरगो कु मोरि, सरगि जखल-पखल कैगि

अरा रा रा बौड़्युकु कन फजितो ह्वैगे – अरा रा रा बौड़्युकु कन फजितो ह्वैगे
गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे – गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे
बौ कि नजर धार पोर, स्वामि आणां ह्वाला घौर
बौ कि नजर धार पोर, स्वामि आणां ह्वाला घौर
सुरमा लग्युं मुण्ड बध्युं च, स्कुल्या नौन्यु कि सौर
झरा रा रा बौ गिचु कुड़ि कनु झुरैगे – झरा रा रा बौ गिचु कुड़ि कनु झुरैगे
गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे – गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे
गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे – गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे
सरा रा रा डाण्यूं में कन कुयेड़ि छैगे – गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे

सरा रा रा डाण्यूं में कन कुयेड़ि छैगे – गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे
सरा रा रा डाण्यूं में कन कुयेड़ि छैगे – गरा रा रा ऐगे रे बरखा झुकि ऐगे

आवा दीदा भुलो आवा , Aava dida bhulo aava

Anim pariatur cliche reprehenderit, enim eiusmod high life accusamus terry richardson ad squid. 3 wolf moon officia aute, non cupidatat skateboard dolor brunch. Food truck quinoa nesciunt laborum eiusmod. Brunch 3 wolf moon tempor, sunt aliqua put a bird on it squid single-origin coffee nulla assumenda shoreditch et. Nihil anim keffiyeh helvetica, craft beer labore wes anderson cred nesciunt sapiente ea proident. Ad vegan excepteur butcher vice lomo. Leggings occaecat craft beer farm-to-table, raw denim aesthetic synth nesciunt you probably haven't heard of them accusamus labore sustainable VHS.
आवा दिदा भुलौं आवा , नांग धारति की ढकावा, डाळि बनबनी लगावा
डाळि दयब्तों का नौंकि , डाळि रोपा पुन्न कमावा
हिटा रम्म झम्म, चला भै ठम्म ठम्म
हिटा रम्म झम्म, चला भै ठम्म ठम्म , ठम्म ठम्म
आवा दिदी भुलौं आवा, अपुड़ु बण जंगल बचावा, डाळ्युं पर भेटेंई जावा
आवा भौं कुछ ह्वे जावा, डाळि कटेण न द्यावा
हिटा रम्म झम्म, चला भै ठम्म ठम्म
हिटा रम्म झम्म, चला भै ठम्म ठम्म , ठम्म ठम्म

हो हो, हो हो हो हो हिटा रे हिटा, चला रे चला, भइ हिटा रे हिटा
हो हो, हो हो हो हो हिटा रे हिटा, चला रे चला, भइ हिटा रे हिटा मनख्यूं का बैर्यूं, बणु का ब्योपार्युं
बणु का ब्योपार्युं , बणु का ब्योपार्युं
वापस ल्हिजा तौं, कुलाड़्यूं तौं आर्यूं
आब नी चललू तुमारु जुल्मी कानून
जुल्मी कानून जुल्मी कानून
अब हम नी होण द्योला, डाळ्यूं को खून
जंगळ हमारा छिन हो हो जंगळ हमारा छिन जंगळू का हम

दै णा होया खोली का गणेशा हे , दै णा होया मोरी का नारेणा हे

अपने ब्लॉग की सुरुआत में उस गीत से करना चाहूँगा जिस गीत को गा कर गढ़वाल में कोई भी सुभ कार्य पूरा नहीं होता .आईये नमन करे समस्त इष्ट देवी देवताओं को ..

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ॐ प्रभात कु पर्व जाग , गो सरूप पृथ्वी जाग , धर्म सरुपी आकाश जाग ,उदंकारी काँठा जाग..
भानु पंखी गरुण जाग , सप्त लोक जाग , इंद्र लोक जाग , मेघ लोक जाग......
सुर्या लोक जाग , चन्द्र लोक जाग , तारा लोक जाग , पवन लोक जाग , ब्रम्हा का वेद जाग , गोरी का गणेश जाग , हरु भरू संसार जाग , जीव जाग जीवन जाग...
सेतु समुद्र जाग , खारी समुद्र जाग , दुधी समुद्र जाग , खेराणी जाग , घोर समुद्र जाग , अघोर समुद्र जाग , प्रचंड समुद्र जाग , श्वेत बंधू रामेश्वर जाग....
हूं-हिवालू जाग , पाणी-पयाणु जाग , बाला-बैजनाथ जाग , धोली-देवप्रयाग जाग , हरी कु हरिद्वार जाग , काशी-विश्वनाथ जाग , बुढा-केदार नाथ जाग , भोला शम्भू नाथ जाग , काली-कुमाऊ जाग , चोपड़ा-चोथाण जाग , खटिम कु लिंग जाग , सोबन की गादि जाग..
दै णा होया खोली का गणेशा हे , दै णा होया मोरी का नारेणा हे
दै णा होया खोली का गणेशा हे , दै णा होया मोरी का नारेणा हे..

दै णा होया भूमि का भुम्याला हे , दै णा होया पॉँच नाम देवा हे
दै णा होया भूमि का भुम्याला हे , दै णा होया पॉँच नाम देवा हे-

दै णा होया नौ खोली का नाग हे , दै णा होया नौखंडी नरसिंघा हे-
दै णा होया नौ खोली का नाग हे , दै णा होया नौखंडी नरसिंघा हे

थोडा सा इस रचना के बारे में भी बाता देता हु .
इस गीत या आराधना या अर्चना में नरेन्द्र सिंह नेगी जी पूजा करने से पहले सभी को जगा रहे है की आप सभी जाग जाओ मुझ पर अपनी दया दृष्टी बनाओ मुझे अपना आश्रीवाद दो..
ॐ शब्द आप को पता है की ये अपने आप मे पूर्ण है और ये शब्द कितना पवित्र है..
भक्त उन सब को जगा रहे है जिनसे ये संसार चल रहा है...

सुबह की का पर्व को,गाय के सामान स्वरुप रखने वाली धरती माता को,धर्म के सामान आकाश को प्रणाम पर्वतो को प्रणाम भानु पंख की तरह मुलायम गरुण को,सातों लोकों को ,इंद्र लोक को,मेघ लोक को,सूर्य लोक को,चन्द्र लोक को,तारालोक को,पवन लोक को,ब्रह्मा जी के चारों वेदों को,हरे भरे संसार......संसार सी समस्त जीव जंतु के अलावा सभी अराध्य को जगाने के बाद वो अपनी पूजा सुरु करता है...
सर्व प्रथम वो गणेश भगवान जी प्रणाम करता है..फिर भगवान नारायण को प्रणाम..
फिर भूमि को पूज रहा है...पञ्च देवताओं को प्रणाम..
नाग देवता को प्रणाम..नरसिंह भगवान को प्रणाम.



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Monday, January 28, 2013 11:35 PM

एक नयी सुरुआत ..












आप इस ब्लॉग में आये है , यही इस बात का प्रमाण है की आप गढ़वाली गीतों के बहुत करीब है . आपको न सिर्फ गढ़वाली गीत सुनना , बल्कि गाना भी बहुत पसंद है . आप गढ़वाली गीतों को पढना चाहते है , ताकि जान सके अपनी संस्कृति, अपनी भाषा को . आपका इस ब्लॉग में तहे दिल से स्वागत है .
 मेरी कोशिश रहेगी की आप तक उत्तराखंड के सबसे प्रसिद्द , सबसे पसंदीदा और सबसे बेहतरीन गीतों को प्रस्तुत करू .
मेरी कोशिश रहेगी की गीतों को ज्यादा से ज्यादा सही लिखू फिर भी अगर कुछ गलतिया हो जाती है(जेसा की हर इंसान से होती है )  तो आप तुरंत बताये . आपका बहुत बहुत धन्यवाद .

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