के गवां की होली स्या बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली स्या बांद , कन भली दिखान्द..
धगोला-झवर छान-मानंद , रम -झम कौथिक जांद..
धगोला-झवर छान-मानंद , रम -झम कौथिक जांद..
के गवां की .....
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
लक दाखि गौनाणु सारी , कन के हिटनी होली बिचारी ...
लक दाखि गौनाणु सारी , कन के हिटनी होली बिचारी ...
लासका कमर टूट जानी देख देखि की मन कयांद ..
के गवां की होली स्या बांद , कन भली दिखान्द..
के गवा की ..
भो के जनि हलकी नी छ , यानित नथुली झलकनी च ..
कंदूरी मुरख्या लीन भरीं , गोली हौसली चुपकली स्वान ..
के गवां की होली स्या बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली स्या बांद , कन भली दिखान्द..
के गवा की ..
आंखी पैनी दतुरे दार , पड़ी पड़ी न तुम बिसार
गुन्ध्हो गुन्ध्हो दो कलि लेकी , खिल खिल हसंध जांद ..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
जून के सी जन हो टुकड़ी , इन चित्यां स्वानी मुखडी
झूली बातों माँ फु फुरंदी , लातूली उडी मुच माँ आंधी ..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
चम् चमड़ा इन देखन , झुन खेल तासी गेंद
थाली बाची इन बच्यान्दीम जन ताखुली छान चांदी
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
धर धरु बतीन आंदी , बेग्रली बेग्रली बांध
चला कौथिक देखि का ओला इन जवानी दानी रांद
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली स्या बांद , कन भली दिखान्द..
धगोला-झवर छान-मानंद , रम -झम कौथिक जांद..
धगोला-झवर छान-मानंद , रम -झम कौथिक जांद..
के गवां की .....
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
लक दाखि गौनाणु सारी , कन के हिटनी होली बिचारी ...
लक दाखि गौनाणु सारी , कन के हिटनी होली बिचारी ...
लासका कमर टूट जानी देख देखि की मन कयांद ..
के गवां की होली स्या बांद , कन भली दिखान्द..
के गवा की ..
भो के जनि हलकी नी छ , यानित नथुली झलकनी च ..
कंदूरी मुरख्या लीन भरीं , गोली हौसली चुपकली स्वान ..
के गवां की होली स्या बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली स्या बांद , कन भली दिखान्द..
के गवा की ..
आंखी पैनी दतुरे दार , पड़ी पड़ी न तुम बिसार
गुन्ध्हो गुन्ध्हो दो कलि लेकी , खिल खिल हसंध जांद ..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
जून के सी जन हो टुकड़ी , इन चित्यां स्वानी मुखडी
झूली बातों माँ फु फुरंदी , लातूली उडी मुच माँ आंधी ..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
चम् चमड़ा इन देखन , झुन खेल तासी गेंद
थाली बाची इन बच्यान्दीम जन ताखुली छान चांदी
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
धर धरु बतीन आंदी , बेग्रली बेग्रली बांध
चला कौथिक देखि का ओला इन जवानी दानी रांद
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
के गवां की होली से बांद , कन भली दिखान्द..
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