जो जस देई देणु ह्वे जैइ ...२
देशु मा को देशा मेरु गढ़ देशा हो
हो .............ओ ......................
मेरा गढ़ देशा हो
बद्री -केदार भी तेरा जस गादन
पंच नाम देवता भी त्वे सेवा लादन
देवतों को देशा हे मेरा गढ़ देशा हो
हों ................ओ....................
मेरा गढ़ देशा हो ..................
जो जस ..................................
यखी हवे माधो भंडारी ,तीलू रोतेली सी नारी -२
गढ़ का सपूत हवेनी ,यखी हुणों का जितारी
वीरो ...को देशा हे मेरा गढ़ देशा हो .....
हों ................ओ....................
मेरा गढ़ देशा हो .................
जो जस
भरी दे अनाज कोठार ,अन्न धन का भंडार
सुखी -शान्ति भरपूर ,राखी गंगा वार -पार
गंगा जी को देशा रे मेरा गढ़ देशा हो ..
हों ................ओ....................
मेरा गढ़ देशा हो .................
जो जस
सुखी -दुखी जखी रोला त्वे थे नि बिसरोला
तेरु मान सम्मान तेरा गीतों गुंजोला
देशु -प्रदेशा हो ,मेरा गढ़ देशा हो
हों ................ओ....................
मेरा गढ़ देशा हो .................