भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी )
.
धरती मा नयी पौद जमाली
(धरती मे नयी पौधे जमेगी )
.
पुराना डाला खंगारा ह्वेकि
(पुराने पेड़ सूख जाएँगे )
.
नयी लागुल्युन सारु दयाला
(नयी बेलों को सहारा देंगे)
.
मी ता नि रौलू मेरा भूलों तुम दगडी ये गीत राला..
(मैं तो नही रहूँगा मेरे भाइयो पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत रहेंगे)
.
भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी)
*************************
इखी ये माटॅम जन्म्यु मी भी
(यही इसी मिट्टी मे मैने भी जन्म लिया)
.
मेरी भी बोटी रै अंग्वाल-2
(उस वक़्त मेरी भी मुट्ठी बंद ही थी)
.
भारा खैरी का सरिनी मं भी
(दुख के बोझ मैंनेभी ढोय)
.
मी भी हित्युं उन्दरी उकाल
(मैं भी उँचे नीचे रास्तों पर चला)
.
डालियुं कु छैल अर बाठों का गारा..
(पेड़ों की छाया और रास्तों के पत्थर )
.
मेरा हिटयां की गवै दयाला
(मेरे चलने की गवाही देंगे)
.
मी ता नि रौलू मेरा भूलों तुम दगडी ये गीत राला
(मैं तो नही रहूँगा मेरे भाइयो पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत रहेंगे)
.
भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी)
******************
बरखा बर्खाली घाम चमकला
(बारिश होगी धूप भी चमकेगी)
सुख दुःख आना जाना राला..
(सुख दुख तो आते और जाते रहेंगे)
.
खुच्ल्यो मा हंसदा खेल्दा बेटुला
(गोदी मे हंसते खेलते बेटियाँ )
.
देखदा देखदा ब्वारी हवे जाला
(देखते देखते किसी की बहू हो जाएँगी)
.
भोल ये फुलमुंडया सासू बानिकी
(कल फिर बूढ़े होके जब सास बनेंगी )
.
नयी नयी ब्वार्युं रुवाला
(ये भी नयी नयी बहुओं को रुलाएँगी)
.
मी ता नि रौलू मेरा भूलों तुम दगडी ये गीत राला
(मैं तो नही रहूँगा मेरे भाइयो पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत रहेंगे)
.
भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी)
********************
बस्ग्याल रुजू ह्युन्द कौन्पू
(मैं भी बरसात मे भीगा सर्दियों मे काँपा भी )
.
मिन भी साईं रुड्युं की मार
(मैने भी गर्मियों की मार सही)
.
मिल भी बरती ऋतू बसंत
(मैने भी बसंत ऋतु देखी)
.
मी परे भी ऐए मौल्यार
(मुझमे भी नयी जवानी और ताज़गी आई)
.
मिन भी के छै आस कई की
(मैने भी किसी की आस की थी सपने देखे थे )
.
ये डांडा काँठा छविं लगाला
(ये जंगल पर्वत उसकी बातें करेंगे गवाही देंगे )
.
मी ता नि रौलू मेरा भूलों तुम दगडी ये गीत राला
(मैं तो नही रहूँगा मेरे भाइयो पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत रहेंगे)
.
भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी)
**********************
मेरा भी अपडा पर्याँ हर्चिनी
(मैने भी अचानक अपने पराए भी खोए हैं )
मेला खोलो मा अचनचाकी
(इस दुनिया रूपी मेलों मे )
.
मी भी रोयुं भाकोरा भाकोरी
(मैं भी चीख चीख कर ज़ोर से रोया हूँ)
.
आंसू आंख्युं मा रैनी जब तक..
(आँखों मे आँसू रहे हैं जब तक तब तक )
.
कौथिग यानि विरेन राला..
ये दुनिया तो मेला है, मेले ऐसे ही होते रहेंगे)
.
नया नया कौथिगेर आला
(कल फिर नये नये मेले लगेंगे और नये घूमने वाले आएँगे )
.
मी ता नि रौलू मेरा भूलों तुम दगडी ये गीत राला
(मैं तो नही रहूँगा मेरे भाइयो पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत रहेंगे)
.
भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी)
**********************
मिल भी सैनी फुल्ल्वा कांडा
(मैने भी फूलों के काँटे सहे हैं)
.
गित्वी माला गन्च्यानौ कु-
(अपने गीतों की माला बनाने के लिए)
.
जन द्वि एकी गीत मिन भी
(एक दो गीत मैने भी गये)
.
कई निरुन्दौ हैन्सानाऊ कु-
(कई रोते हुवे को हँसने के लिए)
.
हैस्दारा जब भोल बिसरी जाला
(हँसने वाले जब कल भूल जाएँगे)
.
रोंदारा रवे रवे की सम्लाना राला
(और रोने वाले रो रो के याद करते रहेंगे)
.
(मैं तो नही रहूँगा मेरे भाइयो पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत रहेंगे)
मी ता नि रौलू मेरा भूलों तुम दगडी ये गीत राला
भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी)
(कल जब फिर रात खुलेगी )
.
धरती मा नयी पौद जमाली
(धरती मे नयी पौधे जमेगी )
.
पुराना डाला खंगारा ह्वेकि
(पुराने पेड़ सूख जाएँगे )
.
नयी लागुल्युन सारु दयाला
(नयी बेलों को सहारा देंगे)
.
मी ता नि रौलू मेरा भूलों तुम दगडी ये गीत राला..
(मैं तो नही रहूँगा मेरे भाइयो पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत रहेंगे)
.
भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी)
*************************
इखी ये माटॅम जन्म्यु मी भी
(यही इसी मिट्टी मे मैने भी जन्म लिया)
.
मेरी भी बोटी रै अंग्वाल-2
(उस वक़्त मेरी भी मुट्ठी बंद ही थी)
.
भारा खैरी का सरिनी मं भी
(दुख के बोझ मैंनेभी ढोय)
.
मी भी हित्युं उन्दरी उकाल
(मैं भी उँचे नीचे रास्तों पर चला)
.
डालियुं कु छैल अर बाठों का गारा..
(पेड़ों की छाया और रास्तों के पत्थर )
.
मेरा हिटयां की गवै दयाला
(मेरे चलने की गवाही देंगे)
.
मी ता नि रौलू मेरा भूलों तुम दगडी ये गीत राला
(मैं तो नही रहूँगा मेरे भाइयो पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत रहेंगे)
.
भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी)
******************
बरखा बर्खाली घाम चमकला
(बारिश होगी धूप भी चमकेगी)
सुख दुःख आना जाना राला..
(सुख दुख तो आते और जाते रहेंगे)
.
खुच्ल्यो मा हंसदा खेल्दा बेटुला
(गोदी मे हंसते खेलते बेटियाँ )
.
देखदा देखदा ब्वारी हवे जाला
(देखते देखते किसी की बहू हो जाएँगी)
.
भोल ये फुलमुंडया सासू बानिकी
(कल फिर बूढ़े होके जब सास बनेंगी )
.
नयी नयी ब्वार्युं रुवाला
(ये भी नयी नयी बहुओं को रुलाएँगी)
.
मी ता नि रौलू मेरा भूलों तुम दगडी ये गीत राला
(मैं तो नही रहूँगा मेरे भाइयो पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत रहेंगे)
.
भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी)
********************
बस्ग्याल रुजू ह्युन्द कौन्पू
(मैं भी बरसात मे भीगा सर्दियों मे काँपा भी )
.
मिन भी साईं रुड्युं की मार
(मैने भी गर्मियों की मार सही)
.
मिल भी बरती ऋतू बसंत
(मैने भी बसंत ऋतु देखी)
.
मी परे भी ऐए मौल्यार
(मुझमे भी नयी जवानी और ताज़गी आई)
.
मिन भी के छै आस कई की
(मैने भी किसी की आस की थी सपने देखे थे )
.
ये डांडा काँठा छविं लगाला
(ये जंगल पर्वत उसकी बातें करेंगे गवाही देंगे )
.
मी ता नि रौलू मेरा भूलों तुम दगडी ये गीत राला
(मैं तो नही रहूँगा मेरे भाइयो पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत रहेंगे)
.
भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी)
**********************
मेरा भी अपडा पर्याँ हर्चिनी
(मैने भी अचानक अपने पराए भी खोए हैं )
मेला खोलो मा अचनचाकी
(इस दुनिया रूपी मेलों मे )
.
मी भी रोयुं भाकोरा भाकोरी
(मैं भी चीख चीख कर ज़ोर से रोया हूँ)
.
आंसू आंख्युं मा रैनी जब तक..
(आँखों मे आँसू रहे हैं जब तक तब तक )
.
कौथिग यानि विरेन राला..
ये दुनिया तो मेला है, मेले ऐसे ही होते रहेंगे)
.
नया नया कौथिगेर आला
(कल फिर नये नये मेले लगेंगे और नये घूमने वाले आएँगे )
.
मी ता नि रौलू मेरा भूलों तुम दगडी ये गीत राला
(मैं तो नही रहूँगा मेरे भाइयो पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत रहेंगे)
.
भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी)
**********************
मिल भी सैनी फुल्ल्वा कांडा
(मैने भी फूलों के काँटे सहे हैं)
.
गित्वी माला गन्च्यानौ कु-
(अपने गीतों की माला बनाने के लिए)
.
जन द्वि एकी गीत मिन भी
(एक दो गीत मैने भी गये)
.
कई निरुन्दौ हैन्सानाऊ कु-
(कई रोते हुवे को हँसने के लिए)
.
हैस्दारा जब भोल बिसरी जाला
(हँसने वाले जब कल भूल जाएँगे)
.
रोंदारा रवे रवे की सम्लाना राला
(और रोने वाले रो रो के याद करते रहेंगे)
.
(मैं तो नही रहूँगा मेरे भाइयो पर तुम्हारे साथ मेरे ये गीत रहेंगे)
मी ता नि रौलू मेरा भूलों तुम दगडी ये गीत राला
भोल जब फिर रात खुलाली
(कल जब फिर रात खुलेगी)
Very helpful
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