जी रे जागि रे, जुगराज रे तू – जी रे, जी रे
जागि रे, जुगराज रे तू – जी रे
तेरा हात खुंटो बेटा काँडु न चुबो कबि, तेरा हात खुंटो बेटा काँडु
न चुबो कबि
होन्दु खान्दू रे तू- जी रे
जी रे जागि रे, जुगराज रे तू – जी रे, तेरा हात खुंटो बेटा काँडु न
चुबो कबि
होन्दु खान्दू रे तू- जी रे
जी रे जागि रे, जुगराज रे तू – जी रे
निंद नि औन्दि भूख नी लगदी, जब
गणिदा तेरी बिदाई का बरस – बिदाई का बरस ..
तेरा दियां दुःख सुख ह्वै जन्दिन, जब
सुण्दां तेरि राजि खुशि कैमां – राजि खुशि कैमां,
जी रे
जी रे जागि रे, जुगराज रे तू – जी रे
हम खुंणि छोड़ि गै तू जै काँडोऊं, फूल ह्वैं जांदि तेरा बालपन
समळि – बालपन
समळि ..
हमनुं क्या बुरु करि, सबि त कदिन अपणि जमाईं डाळ्यूं कि आस-
डाळ्यूं कि आस,
जी रे
जी रे जागि रे, जुगराज रे तू – जी रे
बाब दादा कुड़ि- पुगंड़ि नि चेंदि त, फणफुक जख रोळि,
सुखि सत्ति रैई- सुखि सत्ति रैई
बुलोंदी कबि त्वैमां ऐ जांदा हम बि, नाति- नत्येंणों कि भुकी पे
लेंदा- भुकी पे लेंदा, जी रे
जी रे जागि रे, जुगराज रे तू – जी रे
खांण कमांणु हक छ जरुर तेरो भी, एत
कबि खड़ाखड़ि देखि पूछि जांदि-
देखि पूछि जांदि
हमुंन क्या मंगण छे यो बेटा त्वै मां, ज्युंदि मदी जौंदा आशीष
छ त्वैकि-आशीष छ त्वैकि, जी रे ..
जी रे जागि रे, जुगराज रे तू – जी रे
तेरा हात खुंटो बेटा काँडु न चुबो कबि होन्दु खान्दू रे तू- जी रे
जी रे जागि रे, जुगराज रे तू – जी रे, जी रे,