तैं डाली मा घुघुती होली कफुआ हिलांश हो , तों सारयों मा फ्योंली फुली बणु मा बुराँश हो। अन्तरा 1 जौ की डाली मोरयों लोला थोला मेलों घुमन जौला ह्युंद को जाड़ो चा भारी आग चुला मा जगोला डांडी कांठयो रोल्यो पाख्यो लोंकदी कुयेडी छेगे ह्युं जमयू चा सिलड़ा पाखों छानियों मा लंपु बालिगे ब्यौ बरातयों कू बगत आयुं चा मालु का पतों मा पोंनखी खायोला। तैं डाली मा घुघुती होली कफुआ हिलांश हो , तों सारयों मा फ्योंली फुली बणु मा बुराँश हो। अन्तरा 2 खैरी विपदा युं डाँड़यों की अपणौं तै बिराणु कैगे बरसु बटी बिरडयों दिदा आज गौं का बाटा लैगी बद्रीनाथजी का धाम वेदनी बुग्याल भैगी खोली कु गणेश मोरी कु नरैण दैणु हवेगी जुगराजी रयान दयों दयबतों का थान है नगेला घंडियाल तुमारी भूमि महान। तैं डाली मा घुघुती होली कफुआ हिलांश हो , तों सारयों मा फ्योंली फुली बणु मा बुराँश हो।