M- डांडा आछरियों का बंण सुबदा यखुली नी जैई-2
छल कपट ह्वैई जालु छोरी छलेई न रैई-2....
F- मेरा गौं की बात छन यार मैमा जादा तू ना बोली-2
यखुली रैण्या निन मैन गैल्याणी दगडा मा होली-2....
M- आंछरियों का बण सुबदा यकुली न जेई-2
खिखचाट न करी जादा खिखोला न लैई
ओहो खिखोला न लैई
घमाल्यां बगत लठयाली सुबदा रतकाली न जैई
छल कपट ह्वैई जालु छोरी छलेई ना रैई.....
F- सुबेरा कु घाम झिंलगी गौं का बिडवाल-2
दगडियाणी जागंणी होली गौं खुलीं जग्वाल
अंहा गौं खुलीं जग्वाल
देवथली भुमि छन यख छोरा भिंडि तु ना बोली
यखूली रैण्या निन मैन गैल्याणी दगडा मा होली.....
M- शैरा गौं का बोदा सुबदा तु किसाण भारी-2
काम काज खेती बाडी लगी‌ं सारा सारी
ओहो लगीं सारा सारी
बार त्यौहार हरची सुबदा थौलु मेलू जैई
छल कपट ह्वैई जालु छोरी छलेई ना रैई.....
F- कैन बोली कैमा सुंणी कु किसाण जादा-2
पकोण्या छुंई लगै न तू क्या तेरा इरादा
अंहा क्या तेरा इरादा
रोट शिरफल चडोलु घिची जादा तू ना खोली
यखूली रैण्या निन मैन गैल्याणी दगडा मा होली.....