(हिट मेरा दड़ुवा.... खुशी करण दान रे) चल मेरे दोस्त खुशी से दान कर (मतलब की दुनिया, दिलड़ू नी लाण रे) दुनिया मतलबी है, दिल न लगाना (हे रे नौनी किरपी) ओ.लड़की .. किरपि तू भी सुनले।।।।।।। (उन्दू जांदी किरपी सारी दुनिया हंसी रे) जब भी नीचे गिरोगी सारी दुनिया हंसेगी (पैंछी मंगैदे रूपमाया बल कैसी जिंदड़ी फंसी रे) लीपापोती करके सुंदरता बढ़ाने की कोशिश करोगी तो सारी जिंदगी परेसान रहोगी। (किरपि का नाक मा... सोनू मारी फूली रे, उन्दू क नैगी बे सेमला बांकी रोशनी फूली रे, हे रे नौनी किरपी) किरपि सुंदर है उसके नाक में सोने से मढ़ी हुए "फूली" है, और जब वह "सेमला" (ऐसा खेत या जमीन जहां धूप कम आती है) जाती है तो वहां भी बांका उजाला फ़ैल गया है। (किरपि का हात मा घिया भरी लोटा रे, शांति चलणु बे किरपि जमाना लगीग्या खोटा रे) किरपि यदि हात में घी से भरा लोटा है तो आराम से चल क्योंकि ज़माने में खोट है, नुकसान होगा। (किरपि का खूट्यों माँ चांदी भरी पैजी रे, छुण-छुण क्यांकि बे छोकड़ी, हात्यों बजीगे चूड़ी रे)... ओ लड़की जब तेरे पैरों में चांदी की पाजेब पहना रखी है, तो चुपके से हाथों की चूड़ी क्यों बजा रही है----
एक युवती जिसका पति युद्ध-भूमि में गया हुआ और उसका कई दिनों से कोई समाचार नहीं आया है जब वह पर्वतों की ऊंची चोटियों से आती हुई बांसुरी की धुन को सुनती है तो वह बैचेन हो जाती है। वह अपनी सहेली से कहती है कि यह ऊंची-ऊंची चोटियों में बंशी कौन बजा रहा है। इस धुन को सुन कर मेर विरह-दग्ध हृदय मानो फट सा जाता है। इसे सुन कर दिल में एक टीस सी उठती है कौन है ये पापी जिसने मेरा मन दुखा दिया है। मेरे पति युद्ध-क्षेत्र में हैं और यह बंशी बजा रहा है। मेरे मायके की देवी भगवती तू मेरी आवाज़ सुन लेना और शीघ्र ही मेरे पति की कुशलता का समाचार मुझ तक पहुंचाना। मैं तेरे द्वारे आके खूब बड़ी पूजा करवाऊंगी। भूमि की रक्षा करने वाले भुमिया देव मेरी आवाज सुन लो और मेरी लाज रख लो। मेरे गले का मंगलसूत्र अब तुम्हारे ही हाथ में हैं। तुम युद्ध क्षेत्र में मेरे पति के साथ ही रहना और उनकी रक्षा करना ..हाँ।
हे जी सार्यूं मा फूलीगे ह्वोलि फ्योंली लयड़ी मैं घौर छोड्यावा हे जी घर बौण बौड़ीगे ह्वोलु बालो बसंत मैं घौर छोड्यावा हे जी सार्यूं मा फूलीगे ह्वोलि
चला फुलारी फूलों को सौदा-सौदा फूल बिरौला भौंरों का जूठा फूल ना तोड्यां म्वारर्यूं का जूठा फूल ना लायाँ
ना उनु धरम्यालु आगास ना उनि मयालू यखै धरती अजाण औंखा छिन पैंडा मनखी अणमील चौतर्फी छि भै ये निरभै परदेस मा तुम रौणा त रा मैं घौर छोड्यावा हे जी सार्यूं मा फूलीगे ह्वोलि
फुल फुलदेई दाल चौंल दे घोघा देवा फ्योंल्या फूल घोघा फूलदेई की डोली सजली गुड़ परसाद दै दूध भत्यूल
अयूं होलू फुलार हमारा सैंत्यां आर चोलों मा होला चैती पसरू मांगना औजी खोला खोलो मा ढक्यां मोर द्वार देखिकी फुलारी खौल्यां होला
Hindi Translation : चलो ‘फुलारियो’! (फूल डालने वाले बच्चे) फूलों के लिए ताज़े ताज़े फूल चुन लें
हे जी ! खेतों में खिल गयी होंगी ‘फ्योलि’ की लड़ियाँ मुझे घर छोड़ आओ हे जी ! घर और वन में लौट आया होगा सुकुमार बसन्त मुझे घर छोड़ आओ
चलो ‘फुलारियो’! (फूल डालने वाले बच्चे) फूलों के लिए ताज़े ताज़े फूल चुन लें भँवरों के झूठे फूल ना तोड़ना मधु-मक्खियों के झूठे फूल ना लाना
ना वैसा निर्मल यहाँ का आकाश, ना स्नेहिल यहाँ की धरती अनजान लोग हैं, विपरीत मनुष्य अनमेल हैं चारों ओर छी ! अभागे परदेस में तुम्हें रहना है, रहो मुझे घर छोड़ आओ
फुल फुल देवी! दाल चावल दे घोघा देवता, फ्युली के फूल घोघा फुलदेयी की डोली सजेगी गुड़ का प्रसाद, दही, दूध-भात का नैवेद्य
खिले होंगे फूल हमारे उगाये हुवे आड़ू (peach), ख़ुबानी (apricot) पर होंगे चैत (महीने) का शगुन माँग रहे, औजी (drummers) आँगन आँगन में ढके हुवे दरवाजे (मोरी) देख कर ‘फुलारि’ (फूल डालने वाले बच्चे), ठगे रह गये होंगे
English Translation : Let’s go ! ‘Phulari’ for flowers will pick fresh flowers
O dear ! In the fields must have blossomed’Phyoli’ buds Take me home O dear ! Home & woods have rebounded with primness spring Please take me home O dear ! In the fields must have blossomed
Let’s go ! ‘Phulari’ for flowers will pick fresh flowers Don’t pluck flowers tasted by bumblebees Don’t bring flowers tasted by honeybees
Sky here isn’t serene alike not the land Loving either Unknown people, unlike Odd people all around Fie ! you in this unlucky place Fie ! in this unlucky place live here if you want take me home O dear ! In the fields must have blossomed
O Phuldeyi ! Give lentils and rice O Lord Ghogha ! give flowers of ‘Phyoli’ will adorn the palanquin of Ghogha & Phuldeyi offerings of jaggery, curd, oblation of milk & Rice
Flowers must have blossom on peach, apricot we planted ‘Aujis’ in the courtyards, must be asking for the new year’s favours seeing locked doors Phulari would have stunned…
संस्कार गीतों में प्रमुख हैं शकुनाखर। इन गीतों को प्रत्येक शुभ कार्य जैसे – विवाह, जन्मोत्सवों, जनेउ तथा अन्य प्रकार के सभी शुभ कार्यों से पहले गाया जाता है। शकुनाखर का तात्पर्य होता है ‘शगुन के अक्षर’। इन्हें गाने वाली ज्यादातर महिलायें ही होती हैं। इन शकुनाखरों में से कुछ इस प्रकार हैं
झन दीया बोज्यू छाना बिलौरी लागला बिलौरी का घामा हाथे कि कुटली हाथे में रौली नाके की नथुली नाके में रौली लागला बिलौरी का घामा
न्हे ज्यूला बोज्यू छाना बिलौरी लागला बिलौरी का घामा आसीस देयां भिटणे रैय्यां लागला बिलौरी का घामा
हम जानू बौज्यू हमर, ससुर का देस चौ गंगा का पार जानू, स्वामी का मुलुक बौज्यू की नगरी छूटी, ईजा को आंचलो भै भैनो को साथ छूटो, सखियों का साथ शकुन दे, शकुन दे, शकुन ए काज
जब तक रौली च्येली, गंगा ज्यू की धार सूरजे की ज्योत रौली, धरती आगास जब तक औने रौला, जेठ, आसाढ़, फाग, तब तक रौलो त्यार अमर सुहाग।
Lyrics (English meaning) : Dear Papa, don’t marry me off to Chhana Billauri (in-law’s house) will cast Billauri’s incense (Sunshine)
Hoe of hand will remain as it is Nose ring will remain as it is will cast Billauri’s incense.
Where aren’t the sorrows and happiness, O my Daughter ! There will be younger and elders too in-law’s house will be as it is parent’s house they will look after you
You have to go Chhana Billauri. Daughter ! Chhana Billauri you have to go.
I will go Chhana Billauri, Papa! will cast Billauri’s incense. Give blessings keep greeting, will cast Billauri’s incense.
I am going father, to the country of in-laws Crossing over several rivers, to the country of my spouse. Your world, father, is going to be left behind, and mother’s love Company of my brothers, sisters and friends all will be left behind,
Give Blessings, Give Blessings, Bless the Marriage
Till there is water in river Ganges, O Daughter ! As long persists, Sun’s glare, land and sky, as long will fall Summer, Winters and Springs May your spouse live and you remain happy, Until then i bless you so…
Give Blessings, Give Blessings, Bless the Marriage
Lyrics (Hindi Meaning) : मत देना पापा छाना बिलौरी लगेगी बिलौरी की धूप हाथ की कुटली हाथ में ही रह जाएगी नाक की नथुली नाक में ही रह जाएगी लगेगी बिलौरी की धूप
दुख सुख कहां नहीं होते बेटी वहां भी छोटे बड़े होंगे सास ससुर का घर माँ बाप जैसा ही तो होगा। वो तेरी देख रेख करेंगे छाना बिलौरी जाना है बेटी छाना बिलौरी जाना है
में जाउंगी पापा, छाना बिलौरी आशीर्वाद देना मिलते रहना
हम जाते हैं पापा, ससुर के देश कई नदियों के पार जाते हैं स्वामी के देश पापा की नगरी छूटी, माँ का आँचल भाई बहनों का साथ छूटा, सखियों का साथ
शगुन दे, शगुन दे, कार्य को शगुन दे
जब तक रहेगी बेटी, गंगा जी की धार सूरज की जोत रहेगी, धरती आकाश जब तक आते रहेंगे, जेठ, आसाढ़, फागुन, तब तक रहेगा तेरा अमर सुहाग।